रिपोर्टर बिजेंद्र शीर्षवाल
Barking News : श्रमजीवी पत्रकार यूनियन हरिद्वार इकाई ने पत्रकारों के उत्पीड़न को लेकर दिया सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन,
पत्रकारों का उत्पीड़न बर्दाश नहीं,लोकतंत्र में अभिव्यक्ति की आज़ादी को खत्म करने का कुत्सित प्रयास है : अध्यक्ष ज्ञान प्रकाश पाण्डेय
हरिद्वार : उत्तराखंड के रुद्रपुर के तीन पत्रकारों के झूठे विरुद्व रंगदारी के मुकदमे को रद्द करने की मांग को लेकर श्रमजीवी पत्रकार यूनियन हरिद्वार इकाई ने नाराजगी जताते हुए हरिद्वार सिटी मजिस्ट्रेट के माध्यम से मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन भेजा।
सिटी मजिस्ट्रेट को दिये गये ज्ञापन में श्रमजीवी पत्रकार यूनियन हरिद्वार इकाई के जिलाध्यक्ष ज्ञान प्रकाश पाण्डेय ने कहा कि उत्तराखंड में 25 जनवरी को निकाय चुनाव की मतगणना संपन्न हुई। इससे पूर्व चुनाव प्रचार के दौरान विपक्षी कांग्रेस पार्टी ने इलेक्ट्श्वनिक प्रीपेड मीटर का मुद्दा उठाया था। जिसमे कांग्रेस का कहना था कि 810 करोड़ रुपए में हुए इस ठेके में अडानी की कंपनी को कुमाऊं मंडल में सात लाख मीटर लगाने का अनुबंध किया हैं। जिसके बाद गरीबों पर बिजली के बिल की मार पड़ेगी। प्रचार के दौरान कांग्रेस ने कहा था कि यह मीटर स्थानीय गोदामों में आ चुके हैं और निकाय चुनाव के बाद लोगों के घरों में जबरिया लगाए जाएंगे। इसके वीडियो साक्ष्य भी कांग्रेस ने एक प्रेस वार्ता कर उपलब्ध कराए थे। इसके बाद शहर के कुछ पत्रकारों ने इस मुद्दे की असलियत पता करने को 20 जनवरी को अपने सोशल मीडिया प्लेटफश्वर्म से उस गोदाम का लाइव प्रसारण किया था। कांग्रेस के आरोपों की सच्चाई सामने आते ही उन पत्रकारों पर दबाव बनाने के साथ उन्हें धमकियां दी जाने लगी। यह भी प्रयास किया गया कि उन पर मुकदमे दर्ज हों। 25 जनवरी की रात्रि मतगणना की शाम को शहर के वरिष्ठ पत्रकार व श्रमजीवी पत्रकार यूनियन उधमसिंह नगर के जिलाध्यक्ष राजीव चावला, आकाश आहुजा, भूपेश छिम्वाल के खिलाफ पांच लाख रंगदारी मांगने सहित कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया। जबकि वास्तविकता यह है कि तीनों पत्रकारों ने अपने दायित्व का निर्वहन करते हुए सत्यता को सामने लाने का प्रयास किया।
जिला महामंत्री विनीत धीमान ने कहा कि लाइव प्रसारण में कभी भी रंगदारी नहीं मांगी जाती है। यहां तक कि शिकायतकर्ता ने अभी तक रंगदारी मांगने के कोई भी साक्ष्य पुलिस को नहीं दिए और पुलिस ने बिना जांच किए मुकदमा दर्ज कर लिया। इससे साफ होता है कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ की स्वतंत्रता एवं स्वच्छ पत्रकारिता को दबाने की कोशिश है। जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएंगा। यदि पुलिस प्रशासन ने तीनों पत्रकारों की गिरफ्तारी की, तो श्रमजीवी पत्रकार यूनियन प्रदेश नेतृत्व में सभी जिलों के पत्रकारों संग देहरादून पुलिस मुख्यालय पर धरना देने को बाध्य होंगे। श्रमजीवी पत्रकार यूनियन मांग करता है कि उक्त पत्रकारों के खिलाफ दर्ज मुकदमा जल्द रद्द किया जाए।
इस दौरान जिलाध्यक्ष ज्ञान प्रकाश पाण्डेय ,महामंत्री विनीत धीमान ,सद्दाम हुसैन ,नावेद अख्तर ,विक्की सैनी ,अस्वनी वर्मा ,गौरव कुमार , बिजेंद्र शीर्षवाल ,राजू ,प्रभात कुमार ,अनूप सिंह सिद्धू ,विक्रमजीत सिंह ,कुलदीप कुमार ,इंद्र कुमार शर्मा ,हिमांशु मल्होत्रा ,मनोज ठाकुर ,श्रीमती कमल शर्मा और राकेश वर्मा उपस्थित रहे।