हाईकोर्ट इलाहाबाद में 10 साल प्रैक्टिस करने के बाद बाबा बने दुष्कर्मी साधु को हरिद्वार पुलिस ने  गिरफ्तार कर भेजा जेल,

भरी सभा में महासचिव के पद से निष्कासित किए जाने से था नाराज, अंतरंग वीडियो किए वायरल,

सांसारिक मोह माया छोड़कर बना था साधु, आश्रम देख नीयत पलटी, बनना चाहता था आश्रम का मालिक, अब जा रहा है जेल,

सीओ सिटी की सटीक रणनीति के चलते गिरफ्तार किया गया साध्वी के साथ दुष्कर्म करने वाला साधु, भेजा जेल,

थाना कनखल में एससी एसटी एवं अन्य गंभीर धाराओं में अभियोग था पंजीकृत,

शातिर अभियुक्त अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिये लगातार बदल रहा था ठिकाने, मोबाइल कर लेता था स्विच ऑफ,

हरिद्वार: जनपद हरिद्वार में एक से बढ़कर एक आश्रम हैं जो पूरी दुनिया में अपनी पहचान रखते हैं लेकिन इन आश्रमों में से कुछ की राजनीति भी कमोबेश उतनी ही बड़ी है। विगत वर्षों में आश्रमों की बेशकीमती संपत्तियों को हथियाने के एक से बढ़कर एक मामले सामने आ रहे हैं जो समाज में चर्चा का विषय बन रहे हैं।

ताजा मामला हरिद्वार के एक आश्रम की संपत्ति को हथियाने में नाकाम रहने पर कथित वकील से बने साधु द्वारा साध्वी के साथ अंतरंग वीडियो व अश्लील मैसेज को वायरल किए जाने का है।

वीडियो वायरल करने पर साध्वी ने कराया मुकदमा दर्ज,

दिनाक 27.09.2024 को वादिया (साध्वी) द्वारा अशोक कुमार वर्मा पुत्र लालमणी निवासी मिर्जापुर मु0नगर हाल पता बजरीवाला बैरागी कैम्प के विरुद्ध वादिया को बहला फुसलाकर उसके साथ दुष्कर्म कर अंतरंग वीडियो व अश्लील मैसेज वायरल करने के सम्बन्ध मे थाना कनखल मे धारा 376.328.323.506 भादवि व 3(B) SC/ST ACT व 67 IT ACT का मुकदमा पंजीकृत कराया गया था।

जिसकी कुशल विवेचना क्षेत्राधिकारी नगर जूही मनराल द्वारा सम्पादित की जा रही है।

एसएसपी का दिशा-निर्देशन,

महिला संबंधी अपराध के प्रति बेहद संजीदा एसएसपी हरिद्वार प्रमेन्द्र सिंह डोबाल द्वारा मामले की गंभीरता को देखते हुए क्षेत्राधिकारी नगर जूही मनराल को कानूनी कार्रवाई हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये थे।

जानिए आखिर क्या था पूरा मामला,

अभियुक्त अशोक कुमार वर्मा व वादिया/पीड़िता साध्वी दोनों स्वर्गीय स्वामी नित्यानंद के आश्रम में रहे हैं। कनखल स्थित वाल्मीकि आश्रम के महंत स्वामी नित्यानंद की कोविड के दौरान वर्ष 2021 में मृत्यु के पश्चात उनके षोडशी भंडारे के दिन अभियुक्त की मुलाकात पीड़िता साध्वी से हुई जो कुछ दिनों की मुलाकात के बाद अच्छी बातचीत में बदल गई।

महंत स्वामी नित्यानंद की मृत्यु के पश्चात वाल्मीकि आश्रम के ट्रस्ट में पीड़िता/साध्वी को अध्यक्ष चुना गया और साध्वी द्वारा अभियुक्त अशोक कुमार वर्मा को ट्रस्ट का महासचिव बना दिया गया जो अब महासचिव होने के कारण आश्रम में ही रहने लगा। जहां आश्रम में रहने के कारण दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ गई।

वक्त बीतने के साथ-साथ अभियुक्त आश्रम की गद्दी में बैठने का प्रबल दावेदार बन रहा था जिससे सीधे-सीधे साध्वी का नुकसान होना तय था जिस कारण धीरे-धीरे ये बात साध्वी को बुरी लगने लगी।

इस कारण वर्ष 2022 में स्वामी नित्यानंद की पहली पुण्यतिथि में साध्वी/पीड़िता द्वारा सबके बीच अभियुक्त को बेइज्जत करते हुए महासचिव के पद से हटा दिया गया।

अभियुक्त द्वारा इस दौरान आश्रम में पुनः आने का प्रयास किया गया परंतु साध्वी द्वारा स्पष्ट मना कर दिया गया।

मोह माया छोड़कर साधु बना था अभियुक्त,

अभियुक्त अशोक कुमार वर्मा द्वारा बताया गया कि वह शादीशुदा है जिसके बच्चे भी हैं लेकिन संसार से मोह माया भंग हो जाने पर वह सब कुछ छोड़कर साधु संतों की सेवा में लग गया और हरिद्वार आ गया जहां उसकी मुलाकात पीड़िता साध्वी से हुई।

*इसलिए वीडियो किया वायरल–*

अभियुक्त वादीया के आश्रम को हथियाना चाहता था तथा उसका स्वामित्व खुद चाहता था लेकिन वादिया द्वारा जब उसको आश्रम में आने की इजाजत नहीं दी गई और भरी सभा में बेइज्जत करते हुए आश्रम के महासचिव पद से भी हटा दिया व इसके बाद भी 1 वर्ष तक वह ट्रस्ट में कुछ नहीं रहा तो नाराज होकर उसने वादीया/पीड़िता के साथ के अंतरंग वीडियो व अश्लील मैसेज व्हाट्सएप पर वायरल कर दिए।

इलाहाबाद हाईकोर्ट में वकालत कर चुका अभियुक्त,

अभियुक्त अशोक कुमार वर्मा 10 वर्ष इलाहाबाद हाईकोर्ट (उत्तर प्रदेश) में प्रैक्टिस कर चुका था जिस कारण कानून के हर प्रकार के दांव-पेंच एवं पुलिस द्वारा उस तक पहुंचने के हर रास्ते को बख़ूबी जानता था इसीलिए मोबाइल नंबर इत्यादि सभी प्रकार की इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस होने के बावजूद भी पुलिस का इसके पास तक पहुंचना आसान नहीं था।

सीओ सिटी की कुशल रणनीति से पकड़ा गया अभियुक्त,

अभियुक्त इतना शातिर था कि बार-बार अपना पता बदल रहा था और सभी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस भी उसके द्वारा बंद कर दिए गए थे। मोबाइल नंबर भी स्विच ऑफ कर लिया था एवं जिन-जिन स्थानों से उसका संबंध था उन सभी स्थानों से उसने किनारा कर लिया था इन परिस्थितियों ने उसका पकड़ा जाना बेहद मुश्किल हो गया था।

इस पर सीओ सिटी जूही मनराल द्वारा रणनीति में बदलाव करते हुए मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया एवं सही इनपुट मिलने पर थाना कनखल को अवगत कराया गया और अपने निकट पर्यवेक्षण में अलग-अलग टीमें गठित कर सही कार्य योजना पर काम करते हुए शातिर अभियुक्त अशोक कुमार वर्मा को कल दिनांक 03.11.2024 को बजरीवाला, बैरागी कैम्प से दबोच कर वह मोबाइल भी बरामद किया गया जिससे अश्लील वीडियो वायरल किया गया था।

अभियुक्त को भेजा जेल,

सीओ सिटी द्वारा प्रकरण में आवश्यक वैधानिक कार्यवाही कर अभियुक्त को माननीय न्यायालय के आदेश पर जेल भेज दिया गया है।

 

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