नेशनल दर्पण (बिजेंद्र शीर्षवाल) आज दिनांक 03-12-2024 को जनपद हरिद्वार की नगर पंचायत पिरान कलियर में सफाई कर्मचारियों के हितों को लेकर देवभूमि निकाय संयुक्त कर्मचारी महासंघ (उत्तराखंड) के बैनर तले एक बैठक आयोजित की गई।

आपको बता दें कि सफाई कर्मचारियों के हितों को लेकर नगर पंचायत पिरान कलियर में संयुक्त रुप से आयोजित की गई बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए देवभूमि निकाय संयुक्त कर्मचारी महासंघ उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष अजय बन्नू जी का शाखा अध्यक्ष सोनू बिरला व उनकी समस्त टीम ने बुका देकर व पगड़ी पहनाकर जोरदार स्वागत किया।

बैठक को सम्बोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि दिनांक 12-06-2024 को शहरी विभाग के  पुनर्गठित किए गए ढांचे के द्वारा स्वीकृत पदों के इतर स्थानीय निकायों में कार्यरत दैनिक वेतन/संविदा/आउटसोर्स कार्मिकों की सेवा से सम्बंध में मा0 मुख्यमंत्री उत्तराखंड सरकार को लिखे गए पत्र को लेकर अवगत कराते हुए कहा कि दिनांक 12-06-2015 के ढांचा 757 बनाया गया था जिसको लेकर नगर निकाय कर्मचारियों की वर्ष 2017 में नियमावली बनाई गई जिसमें सफाई कर्मचारियों/पर्यावरण मित्रों के पदों को मृत घोषित कर दिया गया जबकि उत्तराखंड बनने पर उत्तर प्रदेश द्वारा पांच हजार चार सौ कुछ पद नियमित किए गए थे।

उन्होंने आगे बताया कि उत्तर प्रदेश के समय में दस हजार की आबादी पर 28 सफाई कर्मचारियों का नियम था,जो अब घटाकर वर्ष 2015 में बनाएं गए ढांचे में एक हजार आबादी पर दो कर्मचारी रखने का प्राविधान किया गया जिसका समस -समय पर सफाई कर्मचारी  संगठनों के द्वारा पुरजोर विरोध किया गया।

प्रदेश अध्यक्ष अजय बन्नू ने बताया कि वर्ष 2011 की जनगणना के बाद उत्तराखंड में वर्ष 2019 में जनगणना कराई जानी थी जोकि कोविड के चलते नहीं हो पाई, लेकिन उत्तराखंड में लगातार बढ़ती हुई जनसंख्या को देखते हुए उत्तराखंड में सफाई कर्मचारियों/पर्यावरण मित्रों की लगभग दस हजार नियमित भर्ती कराई जाए।

उन्होंने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री को लिखे पत्र के माध्यम से उत्तराखंड में कार्य कर रहे संविदा/दैनिक वेतन/ मौहल्ला स्वच्छता समिति/ आउटसोर्स कार्मिकों को पांच से दस वर्ष कार्य करते हुए कर्मचारियों को वर्ष 2013 में पारित नैनीताल हाईकोर्ट के शासनादेश का लाभ देने के लिए समायोजित मांग की गई।

 

 

 

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