हरिद्वार : एसएसपी ने कोतवाली लक्सर क्षेत्र में हुई कपड़े की फेरी लगाने वाले व्यक्ति की हत्या का खुलासा करते हुए, पुलिस ने एक आरोपित को गिरफ्तार किया है।

पैसा लेकर भी सामान न देने पर आरोपित ने फेरी वालेे को उतारा मौत के घाट,

उक्त मामले का खुलासा करते हुए एसएसपी हरिद्वार प्रमेन्द्र डोभाल ने बताया कि 24 जनवरी को कोतवाली लक्सर पुलिस को जमदग्नि डिग्री कालेज लक्सर के पास संदिग्ध अवस्था में एक पुरुष का शव पड़े होने की सूचना मिली थी। इस पर एसपी देहात, सीओ लक्सर, प्रभारी निरीक्षक लक्सर समेत पुलिस फोर्स ने तत्काल मौके पर पहुंचे। अथक प्रयासों के पश्चात अज्ञात शव की पहचान अपने पिता के तौर पर करते हुए संजय पुत्र राजेन्द्र निवासी ग्राम लक्सर ने 25 जनवरी को पुलिस को तहरीर देकर अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था।

हत्या में प्रयुक्त कुल्हाड़ी, अभियुक्त के खून से सने कपडे़, मृतक के जूते, साइकिल व कपडे़ की पोटली बरामद,

तहरीर के आधार पर संदिग्ध की तलाश में जुटी पुलिस को पता चला कि वह अपना फोन स्विच आंफ कर घर से फरार हो गया है। पुलिस टीम ने पुनः संभावित स्थलों पर दबिश दी और उसे बीती देर शाम ग्राम नगला खिताब से रेलवे स्टेशन की तरफ जाते हुए दबोच लिया। आरोपित गिरफ्तारी से बचने के लिए बिहार भागने की तैयारी में था। पुलिस ने संदिग्ध की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त कुल्हाड़ी, अभियुक्त के खून से सने कपडे़, मृतक के जूते, साइकिल व कपडे़ की पोटली भी बरामद की।

पुलिस पूछताछ में आरोपित ने बताया कि वह चोरी और लूट के मामलों में पहले भी जेल जा चुका है। वह नशे का आदी है। नशा सामग्री की आपूर्ति के लिए उसने अपने परिचित राजेन्द्र (मृतक) के एक माह पूर्व तीन हजार रुपये दिये थे, लेकिन राजेन्द्र ने न चरस दिलायी, न ही रुपये लौटाए। इस कारण 23 जनवरी की रात्रि में जब मृतक कपड़ों की फेरी करके वापस घर लौट रहा था तो रास्ते में दोनों की इसी बात को लेकर बहस हो गयी। लगातार आनाकानी से नाराज होकर उसने तैश में आकर खेत में लकड़ी काटने के लिए साइकिल पर रखी कुल्हाड़ी से मृतक की गर्दन में वार कर हत्या कर दिया और शव को गड्ढे में ले जाकर पत्तों से ढंक दिया।
आरोपित की निशानदेही पर पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त कुल्हाड़ी आदि बरामद कर लिया। आरोपित का नाम व पता राकेश पुत्र हुकम सिंह निवासी पीपली कोतवाली लक्सर जनपद हरिद्वार बताया गया है। पुलिस ने आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसका चालान कर दिया है।

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