National Darpan : आरूषी सुंदरियाल ने सोनिया आनंद पर मानहानि का मुकदमा दर्ज कराने हेतु पुलिस महानिदेशक को लिखा पत्र,
आपको बताते चलें कि हाल ही में यूथ कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता आरूषी सुंदरियाल के लघु उद्योग में लगे सीसीटीवी कैमरे मैं कैद होने के बाद कांग्रेस नेत्री सोनिया आनंद पर डालनवाला थाने में चोरी डकैती जैसी गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ था इसके बाद बौखलाई सोनिया आनंद ने आरुषि की छवि धूमिल करने की मंशा से किसी संस्था से जुड़े पांच अज्ञात लोगों से पत्रकार वार्ता करवा आरुषि पर अलग-अलग पुलिस थानो में मुकदमे दर्ज होने के झूठे आरोप लगाए। इसी संबंध में आज आरुषि सुंदरियाल द्वारा माननीय पुलिस महानिदेशक को सोनिया आनंद सहित 5 अज्ञात लोगों पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 356 के अंतर्गत मानहानि का मुकदमा दर्ज कराने हेतु प्रार्थना पत्र दिया गया है, इस मामले में आरुषि सुंदरियाल ने बयान जारी करते हुए कहा कि, “मैं यह स्पष्ट कर देना चाहती हूं कि मेरे विरुद्ध आज तक किसी भी थाने में छोटी से छोटी धारा में भी कोई मुकदमा दर्ज नहीं है। सोनिया आनंद मुझसे राजनीतिक द्वेष रखती थी जिसके चलते पहले अचानक मुझ पर हमला करवाया जिससे बचकर में नाइट सूट में ही घर से बाहर निकल गई जिसके बाद मेरे पूरे घर की तलाशी ली गई, लूटपाट की गई, और यहां तक की सुरक्षा के लिए लगाए गए सीसीटीवी कैमरे तक रिकॉर्डिंग सहित चुरा लिए गए। मैंने 100 नंबर पर कॉल कर पुलिस से सहायता मांगी परंतु नालापानी चौकी तक सूचना पहुंचाने के बावजूद पुलिस मौके पर नहीं पहुंची इसके बाद मेरी निजी एवं व्यवसायिक सभी चल संपत्ति सोनिया आनंद और ममता शर्मा ने गैर कानूनी तरीके से अपने कब्जे में ले ली, 20 अगस्त को हुई इस घटना के बाद से मैं जिन वस्त्रो में घर से निकली थी उन्हें में घर के बाहर रह गई और अभी तक किसी न किसी के आश्रय पर निर्भर हूं।
आरुषि ने आगे बताया कि में एक टैक्स पेयर हूं और ध्यानदीप नाम से मेरे लघु उद्योग का जीएसटी के अनुसार बीते वर्ष 90 लाख से ऊपर का टर्नओवर है। यह व्यावसायिक सफलता प्राप्त करने हेतु आरुषि ने कड़ी मेहनत की थी और अचानक से नफ़रत की भावना मन में लेकर सोनिया आनंद द्वारा गैर कानूनी तरीके से उनका सारा निजी एवं व्यवसायिक सामान कब्जा कर लेने से वह सड़क पर आ गई है।
सोनिया आनंद ने जो यह अमानवीय कृत्य किया है इस पर पर्दा डालने और अपने राजनीतिक लाभ के लिए सोनिया ने 3 साल पहले आरुषि द्वारा निकाले गए नौकर यश रतूड़ी को भी लालच देकर अपने साथ मिला लिया और आरुषि पर नौकर के यौन शोषण का झूठा मुकदमा दर्ज करवाने का प्रयास किया जिसमें वह विफ़ल रही इसके बाद पत्रकार वार्ता करवा निराधार ही आरुषि पर राजपुर और डालनवाला थाने में आरुषि के विरुद्ध मुकदमे दर्ज होने की अफवाहें प्रचारित प्रसारित की गई जिसके विरुद्ध उचित कानूनी कार्यवाही की जाऐगी।