National Darpan News: हरिद्वार सिडकुल स्थित पेंटागन माल की पार्किंग में प्रेस क्लब की ओर से भेजी गई लिस्ट लगाकर अन्य पत्रकारों को मान्य नहीं मानने का मामला तूल पकड़ने लगा है। साथ ही प्रेस क्लब द्वारा विगत कई वर्षों से बंद पड़ी सदस्यता को भी खोलने की मांग उठने लगी है। इस संबंध में श्रमजीवी पत्रकार यूनियन उत्तराखंड की हरिद्वार इकाई ने जिलाधिकारी को पत्र सौंपा है।

आपको बताते चलें कि श्रमजीव पत्रकार यूनियन के जिलाध्यक्ष ज्ञान प्रकाश पांडे ने कहा कि प्रेस क्लब हरि‌द्वार ने विगत कई वर्षों से (लगभग 7-8 वर्षों ) सदस्यता नहीं खोली है। इतना ही नहीं प्रेस क्लब के पदाधिकारी प्रेस क्लब सदस्यों के आलावा किसी को पत्रकार नहीं समझते है। जिसका जीता जगता प्रमाण हाल ही में गत सप्ताह पेंटागन मॉल में पत्रकारों के प्रवेश पर रोक लगाए जाने के बाद उजागर हुआ। मॉल के ठेकेदार नाथूराम शर्मा ने एक पत्रकारों की लिस्ट गेट पर लगाई है। उस लिस्ट के अलावा वह किसी और को पत्रकार मानने से इंकार कर रहे है। मॉल ठेकेदार द्वारा लगाई गई लिस्ट प्रेस क्लब हरिद्वार उपलब्ध कराया जाना बताया जा रहा है, जोकि सरासर गलत है। हरिद्वार में बहुत से पत्रकार ऐसे भी है जो अपने मेहनत से कार्य करते हुए विभिन्न चैनलों में कार्यरत है। वह प्रेस क्लब के सदस्य नहीं है। ऐसे में प्रेस क्लब द्वारा अनर्गल प्रलाप करना कि प्रेस क्लब से जुड़े लोग ही पत्रकार है। ये बिल्कुल है और अन्य पत्रकारों की कार्यशैली पर कुठाराघात है। पूर्व जिलाध्यक्ष अनूप सिंह सिद्धू और नावेद अख्तर ने कहा कि श्रमजीवी पत्रकार यूनियन उत्तराखण्ड की हरिद्वार इकाई में लगभग 42 पत्रकार सदस्य है। सभी विभिन्न समाचार पत्रों और चैनलों में कार्यरत हैं।

उन्होंने कहा कि पेंटागन मॉल से तथाकथित लिस्ट हटवाई जाए। डीएम से मांग करते हुए कहा कि प्रेस क्लब हरिद्वार को निर्देशित किया जाए कि सदस्यता खोली जाए। जब प्रेस क्लब की सदस्यता खोली जाए तो डीएम की तरफ से एक रिसीवर नियुक्त किया जाए। जिसकी देखरेख में सदस्य्ता समिति कार्य करें। प्रेस क्लब सरकारी संपत्ति पर निहित है।

जिला सचिव सद्दाम हुसैन और नदीम सलमानी ने कहा कि प्रेस क्लब में कुछ मठाधीश ही हर साल पदों पर काबिज हो जाते हैं। इसलिए वह अन्य संस्थानाओं में काम करने वालों को गलत नजरों से देखते हैं। जबकि जो भी क्लब में पदों पर बैठे हुए हैं वह भी खुद ऐसे ही संस्थानों से हैं। लिहाजा सरकार की निगरानी भी आवश्यक है, जिससे पारदर्शी तरीके से सदस्यता हो सके।

ज्ञापन देने वालों में महामंत्री विनीत धीमान, कोषाध्यक्ष अशोक गिरी, सचिव सददाम हुसैन, सचिव बिजेंद्र शीर्षवाल,देवम मेहता,नावेद अख्तर, योगेश शर्मा, डा. अर्जुन नाग्यान, नदीम सलमानी, सागर कुमार, सरविन्द्र कुमार, पंकज स्वनी, अश्वनी वर्मा, इंद्र कुमार शर्मा, संजय पटवर, मनोज ठाकुर, नवीन कुमार, अजय तिवारी, विवेक शर्मा, अंशिका नागयान, बिक्रमजीत सिंह, शिव कुमार पाठक, सागर ठाकुर आदि उपस्थित रहे।

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