नेशनल दर्पण : उत्तराखंड प्रदेश में नगर निकाय चुनाव को लेकर सुगबुगाहट तेज हो गई है।
सूत्रों से मिली जानकारी में दावा किया गया है कि निकायों के चुनाव अक्तूबर के आखिरी सप्ताह में होने की संभावना है, जिसको लेकर सरकार की ओर से तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।
ओबीसी आरक्षण से लेकर निकायों के परिसीमन आदि की सभी तैयारियां 15 सितंबर से पहले पूरा करने का डेडलाइन बनाय गया है। जिसके लिए राज्य निर्वाचन आयोग को भी पत्र भेजा गया है। इस बीच अल्मोड़ा और पिथौरागढ़ को नगर निगम बनाने की कवायद भी तेज हो गई है।
आपको बताते चलें कि उत्तराखंड में 93 नगर निकायों में चुनाव होना है। नगर निगम, नगर पालिका और नगर पंचायतों का कार्यकाल 02-12-2023 दो को पूरा हो गया था। जिसके उपरांत दो जून तक के लिए निकाय प्रशासकों को सौंपा गया।
इस अवधि में चुनाव न होने के चलते सरकार ने तीन माह के लिए अवधि बढ़ा दी थी। अब इस टाइमलाइन के बीच अक्टूबर तक चुनाव सम्पन्न कराने को लेकर होमवर्क शुरू हो गया है।
बता दे कि निकायों का परिसीमन, वोटर लिस्ट का काम भी तब तक पूरा करने की समय सीमा रखी गई है। नगर निगम देहरादून के 54 वार्डों का परिसीमन 15 दिन के भीतर सुधार कर शासन को भेजा जाए।ओबीसी आरक्षण लागू करने के लिए एक्ट में संशोधन को लागू करने के लिए नियमावली लागू करने की तैयारी है।
नगर पालिका अल्मोड़ा और नगर पालिका पिथौरागढ़ को नगर निगम बनाने के लिए शासन स्तर से जिलाधिकारी को पत्र भेज दिया गया है। जिलाधिकारी की ओर से इन निकायों को निगम बनाने के लिए सीमांकन संबंधी पूरा प्रस्ताव शासन को भेजा जाना है। दो नगर निगम बनने के बाद राज्य में 11 नगर निगम देहरादून, ऋषिकेश, हरिद्वार, रुड़की, कोटद्वार, श्रीनगर, हल्द्वानी, काशीपुर, रुद्रपुर, पिथौरागढ़ व अल्मोड़ा हो जाएंगे। नगर पालिका की संख्या 41 और नगर पंचायतों की संख्या 50 रह जाऐगी।