फुलरई सत्संग दुःखद हादसा : (नेशनल दर्पण) उत्तर प्रदेश का हाथरस शहर यहां से लगभग 40 किमी की दूरी पर फुलरई गांव है. इस गांव में मंगल अमंगल लेकर आया. यहां मातमी सन्नाटा पसरा है. भोले बाबा के सत्संग में मची भगदड़ में 100 लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं 50 से अधिक लोग घायल हैं।
मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है. प्रशासन की कई टीमें गांव में मौजूद हैं. घायलों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
आपको बताते चलें कि 02-07-2024 मंगलवार को भोले बाबा का सत्संग सुबह 8 बजे से ही चल रहा था. अलग-अलग राज्यों से हजारों श्रद्धालु सत्संग में शामिल होने पहुंचे थे. दोपहर लगभग दो बजे के करीब सत्संग का समापन जैसे ही हुआ, श्रद्धालुओं की भीड़ पंडाल से निकलने के लिए बेकाबू हो गई. लोग एक-दूसरे को धक्का देने लगे. कई लोग एक-दूसरे पर गिरे. फिर पंडाल में भगदड़ मच गई. लोग चीखने-चिल्लाने लगे. एक-दूसरे को रौंदते गए।
हैवानियत दिखाते हुए लोग एक-दूसरे को रौंदते गए,
गांव के लोगों के मुताबिक, सत्संग की जानकारी स्थानीय प्रशासन को थी. कुछ पुलिसकर्मी भी पंडाल के पास मौजूद थे. लेकिन भीड़ बेकाबू हुई तो पुलिस लाचार नजर आई. आयोजक लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करते रहे, लेकिन कोई कुछ भी सुनने को तैयार नहीं था. कुछ लोगों को तो ये भी लगा कि कोई हादसा हो गया है. किसी को कुछ समझ नहीं आ रहा था, बस लोग पंडाल छोड़कर भागते रहे।
श्रद्धालुओं की भीड़ में बच्चे बूढ़े भी थे शामिल,
एक श्रद्धालु ने बताया कि सत्संग सुबह से चल रहा था. दोपहर में भीषण गर्मी और उमस हो रही थी. बस लोग इसी इंतजार में थे कि जल्दी सत्संग खत्म हो और घर जाएं. शायद यही वजह रहा कि सत्संग के समापन के बाद श्रद्धालु पंडाल से बाहर निकलने के लिए बेकाबू हो गए. हजारों की भीड़ में बुजुर्ग और बच्चे भी थे।
कई राज्यों के श्रद्धालु सत्संग में हुए थे शामिल,
इस सत्संग में यूपी के अलग-अलग जिलों से श्रद्धालु तो आए ही थे, इसके अलावा हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली से भी काफी संख्या में लोग हाथरस पहुंचे थे. जयपुर से एक महिला अपने परिवार के साथ सत्संग सुनने आई थी. उसके साथ और भी दर्जन भर से अधिक लोग जयपुर से बस से आए थे. महिला का रो-रोकर बुरा हाल है. उसके कई साथियों से उसका कोई संपर्क नहीं हो पा रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लिया संज्ञान,
वहीं इस हादसे पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लिया है. उन्होंने तत्काल अधिकारियों को राहत और बचाव कार्य तेज करने के निर्देश दिए हैं. घायलों को बेहतर इलाज मिले, इसका प्रबंध करने का निर्देश दिया है. इस हादसे पर दुख जताते हुए सीएम योगी ने मृतकों के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की हैं. इस हादसे की जांच के लिए कमेठी का गठन भी किया गया है. इस कमेटी में एडीजी आगरा और कमिश्नर अलीगढ़ के अलावा अन्य पुलिस अफसर शामिल रहेंगे।
एक अधिकारी ने बताया कि गंभीर रूप से घायलों को एटा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है. इसके अलावा जिनकों हल्की चोटें आई हैं, उनका उपचार स्थानीय सामुदायिक केंद्र में चल रहा है. रतिभानपुर में भोले बाबा का सत्संग हर मंगलवार को होता है।