पत्रकार बिजेंद्र शीर्षवाल
नेशनल दर्पण : देश की छोटी-बड़ी कम्पनियों ने प्रभु श्री राम के नाम पर अपनी तिजोरी खोल दी हैं। वे अपने तरीके से राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में अपना योगदान दे रही हैं। राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के मौके पर कई बड़ी कंपनियों ने परिसर में प्रकाश व्यवस्था में योगदान से लेकर कार्यक्रम को ‘मल्टीप्लेक्स’ पर लाइव दिखाने तक की घोषणा की है।
आपको बताते चलें कि कुछ कंपनियां समारोह के दौरान क्षेत्र में बिक्री से होने से वाले अपने लाभ का एक हिस्सा पूरे अयोध्या शहर में विशेष खाद्य पदार्थ वितरित करने के लिए दान कर रही हैं।
उपभोक्ता क्षेत्र में काम करने वाली कई कंपनियों ने बड़ी संख्या में होर्डिंग, गेट ब्रांडिंग, शॉपबोर्ड और कियोस्क लगाकर अयोध्या राम मंदिर के लिए पवित्र शहर में आने वाले भक्तों को उत्पाद पेश करके ‘ऑन-ग्राउंड मार्केटिंग’ अभियान शुरू किया है। प्राण प्रतिष्ठा समारोह 16 जनवरी को शुरू हुआ और 22 जनवरी तक चलेगा। अग्रणी मल्टीप्लेक्स ऑपरेटर पीवीआर आईनॉक्स ने 22 जनवरी, 2024 को 70 से अधिक शहरों में अपने 160 सिनेमा स्क्रीन पर प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लाइव दिखाने की घोषणा की है। पीवीआर आईनॉक्स के सह मुख्य कार्यपालक अधिकारी (को-सीईओ) गौतम दत्ता ने कहा कि वास्तव में अनूठे तरीके से भक्तों को इस उत्सव से जोड़ने में सक्षम होना हमारे लिए सौभाग्य की बात होगी। उम्मीद है कि हम मंदिर की गूंज, मंत्र और मन को छूने वाले दृश्यों को दिखाकर भारत के समकालीन इतिहास में सबसे प्रतीक्षित क्षणों को जीवंत कर पाएंगे।
डाबर इंडिया मुनाफे का एक हिस्सा श्री जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र को करेगी दान,
डाबर इंडिया 17 जनवरी से 31 जनवरी तक अपने उत्पादों की बिक्री से होने वाले मुनाफे का एक हिस्सा श्री जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र को दान करेगी। डाबर इंडिया के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) मोहित मल्होत्रा, राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा निस्संदेह हमारे इतिहास के सबसे महत्वपूर्ण अवसरों में से एक है। इस अवसर पर डाबर ने 17 जनवरी से 31 जनवरी तक अपने उत्पादों की बिक्री से हुए मुनाफे का एक हिस्सा श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र को दान करने का फैसला किया है। अडाणी विल्मर की जलेबी बांटने और एक दिन व्यापक स्तर पर भोग आयोजित करने की योजना बनाई है। कंपनी की अयोध्या में इकट्ठा होने वाले भक्तों की बड़ी भीड़ का ध्यान खींचने के लिए गेट ब्रांडिंग, होर्डिंग्स, शॉपबोर्ड तथा कियोस्क जैसी बीटीएल गतिविधियों को अंजाम देने की भी योजना है। ब्रांड श्रीमद रामायण की पूरी अवधि का प्रयोजक बनकर टेलीविजन का भी लाभ उठा रहा है, जो कि अयोध्या में समारोह के साथ मेल खाता है। कंपनी के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अंग्शु मलिक ने कहा, ”अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा प्रत्येक भारतीय के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है। फॉर्च्यून की ब्रांड भावना को ध्यान में रखते हुए हमें इस उत्सव का हिस्सा बनने पर गर्व है, क्योंकि यह ऐतिहासिक कार्यक्रम एक त्योहार के समान है जो भारतीय होने की अनुभूति का जश्न है।
आईटीसी मंगलदीप अगरबत्ती ने छह महीने की अवधि के लिए धूप दान किए,
आईटीसी श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के साथ जुड़ी है और इसके अगरबत्ती ब्रांड मंगलदीप ने मंदिर के उद्घाटन की तारीख से छह महीने की अवधि के लिए धूप दान किए हैं। इसके अलावा ‘राम की पेढ़ी’ पर दो अगरबत्ती स्टैंड भी लगाए गए हैं, जहां भक्त अगरबत्ती जला सकते हैं और भगवान राम की पूजा कर सकते हैं। मंगलदीप ने नदी घाटों पर पुजारियों के लिए मंच के साथ-साथ पूजा की दुकानें, फेरीवाले तथा अयोध्या के बाजारों में छाया के लिए छतरियां भी प्रदान की हैं। आईटीसी के अगरबत्ती कारोबार के मुख्य कार्यकारी गौरव तायल ने कहा, ” मंगलदीप का इस ऐतिहासिक तथा पवित्र कार्यक्रम का हिस्सा बनना वास्तव में सम्मान की बात है। हमारा मकसद मंदिरों के साथ-साथ भक्तों के घरों में भक्ति के प्रवर्तक के रूप में सेवा करना है। हम अयोध्या में भगवान राम मंदिर के उत्सव में भाग लेने वाले सभी लोगों के लिए समृद्ध अनुभव, सौहार्दपूर्ण माहौल सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।
इन कंपनियों ने भी योगदान के लिए बढावा कदम,
हैवेल्स और आरएके सेरामिक्स ने राम मंदिर परियोजना के साथ अपने सहयोग की घोषणा की। हैवेल्स ने उत्तर प्रदेश के अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि परिसर में श्री राम मंदिर को रोशन करने की एक ऐतिहासिक परियोजना के सफल समापन की घोषणा की है। वहीं संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) स्थित आरएके सेरामिक्स ने कहा कि उसने भारत में कई परियोजनाओं में हिस्सा लिया है। हालांकि, राम मंदिर परियोजना को उन सभी में सबसे भव्य माना जाता है। ऐप आधारित कैब सेवा देने वाली कंपनी उबर ने शहर में ईवी ऑटो को हरी झंडी दिखाकर अयोध्या में परिचालन शुरू कर दिया है। उबरगो और इंटरसिटी उबर राइड्स की भी ऐसा ही करने की योजना है।