(ब्यूरो रिपोर्ट नेशनल दर्पण) साल 2021 में हुआ किसानों का प्रदर्शन एक बार फिर अब आम जनता को याद आने वाला है, क्योंकि अपनी मांगों की पूर्ति न होने के चलते किसान एक बार फिर पंजाब से दिल्ली की ओर कूच कर चुके हैं, जो कि लोकसभा चुनावों के पहले मोदी सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती पेश कर सकते हैं।

दिल्ली पुलिस की खुफिया रिपोर्ट तहत दिल्ली चलो मार्च में भाग लेने के लिए 20 हजार से ज्यादा किसानों की आने की संभावना,

पुलिस की रिपोर्ट बता रही है कि दिल्ली आ रहे किसानों की संख्या 15000 से 20000 है। ये किसान अपने 2000 ट्रैक्टर भी लाने वाले हैं। ये सभी किसान 13 फरवरी को दिल्ली पहुंच जाएंगे। इसके अलावा किसान बस ट्रेन बाइक से भी बड़ी संख्या में दिल्ली आ रहे है। जानकारी के मुताबिक इन किसानों का इरादा अंबाला-शंभू, खनौरी-जींद और डबवाली से दिल्ली कूच करने का है। इसके चलते दिल्ली के बॉर्डर्स को एक बार फिर ब्लॉक किया जा सकता है।

खबरों के अनुसार किसान यूनियनों ने निर्धारित मार्च से पहले 40 रिहर्सल कीं, जिनमें से 10 हरियाणा में और 30 पंजाब में आयोजित की गईं थीं। पंजाब में इनमें से अधिकांश रिहर्सल सीमावर्ती जिले गुरदासपुर में हुईं थीं। किसानों के इस आंदोलन में उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, केरल और कर्नाटक के किसानों के भाग लेने की उम्मीद है। आंदोलन को लेकर किसान संगठनों ने 100 से ज्यादा बैठकें की हैं। इसके जरिए किसानों के बीच मुद्दों पर आम सहमति बनाई गई है।

इस दौरान नेताओं के घर का हो सकता है घेराव,

खुफिया रिपोर्ट्स में यह भी बताया गया है कि इस बार किसान दिल्ली में पिछली बार से भी ज्यादा टकराव पैदा कर सकते हैं। दिल्ली आ रहे हजारों किसानों को लेकर यह भी कहा गया है कि इनमें से कुछ किसानों के दिल्ली में प्रवेश करने से पहले प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा और अन्य वरिष्ठ भाजपा नेताओं के आधिकारिक आवासों के बाहर इकट्ठा होने की कोशिशें कर सकते हैं।

जानिए किसानों से निपटने को कितना तैयार है प्रशासन,

अब सवाल यह है कि आखिर इन किसानों से प्रशासन कैसे निपटेगा। इसको लेकर सामने आया है कि हरियाणा पुलिस ने ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की है। 13 फरवरी को राज्य सड़कों पर यात्रा को ज्यादा जरूरी होने तक ही सीमित रखा गया है। ट्रैफिक एडवाइजरी में पुलिस ने चंडीगढ़ से दिल्ली जाने वाले यात्रियों को बरवाला/रामगढ़, डेराबस्सी, कुरुक्षेत्र या पंचकुला, एनएच-344 यमुनानगर इंद्री, पिपली, साहा, शाहबाद,करनाल के रास्ते वैकल्पिक मार्गों का इस्तेमाल करने का सुझाव दिया है।

पुलिस के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार दिल्ली से चंडीगढ़ जाने वाले यात्रियों को करनाल, इंद्री/पिपली, यमुनानगर, पंचकुला या कुरुक्षेत्र, शाहबाद, साहा, बरवाला, रामगढ़ के रास्ते का इस्तेमाल करना होगा। शंभू बॉर्डर पर घग्गर फ्लाईओवर बंद कर दिया गया है। पुलिस ने सड़क पर सीमेंटेड बैरिकेड्स लगाए हैं, जिससे कोई आगे न बढ़ सके। इसके अलावा ट्रैक्टरों के टायरों को रोकने के लिए भी पुलिस ने खास इंतजाम किए हैं और सड़क पर कीलें तक बिछा दी हैं।

हरियाणा 4-5 जिलों में इंटरनेट सेवाएं बंद,

इसके अलावा हरियाणा सरकार द्वारा सात जिलों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। इसमें अंबाला, कुरुक्षेत्र कैथल, जींद, हिसार, फतेहाबाद, सिरसा जैसे जिले शामिल हैं। इंटरनेट के अलावा एसएमएस सुविधा को भी अगले आदेश तक बंद करने के आदेश दिए गए हैं। राज्य सरकार के आदेश पर कई रास्तों को बंद कर दिया गया है, तो एक बड़े हिस्से में रूट डायवर्जन भी किया गया है जिससे किसानों को दिल्ली जाने से रोका जा सके।

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