नेशनल दर्पण : राज्यसभा में आरजेडी के सांसद मनोज झा अपने तेज-तर्रार भाषणों के लिए जाने जाते हैं. ऐसा ही सोमवार (1 जुलाई) को भी देखने को मिला, जब उन्होंने सरकार को रोजगार से लेकर नीट तक के मुद्दे पर जमकर घेरा।
उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग की विश्वसनीयता पर हुए सर्वे में सिर्फ 28 फीसदी लोगों ने उस पर भरोसा जताया है. राज्यसभा सांसद ने देश में मुस्लिमों के साथ हो रहीं ज्यादतियों पर एक कविता भी सुनाई।
राज्यसभा सासंद मनोज झा ने कहा कि हमारे प्रिय रक्षा मंत्री की जबरदस्त वापसी हुई है. वह हर मोर्चे पर नजर आ रहे हैं. रक्षा मंत्री हर किसी से बात करने के लिए हैं. लोकतंत्र के लिए ये सुखद संकेत है. माननीय उपसभापति मैं कहना चाहता हूं कि नीट को लेकर बहुत बात हो चुकी है. मैं उस पर बात नहीं करना चाहूंगा. जब एनटीए बन रहा था, उस समय वेंकैया नायडू जी थे. मैंने जीरो ऑवर में तीन बार कहा था कि इस देश को इस तरह की व्यवस्था परेशान करेगी. उस समय ये बीमारी नहीं पालनी चाहिए।
देश के 25 लाख युवाओं का भविष्य कर दिया बर्बाद, इस विषय पर सदन चर्चा होने नहीं देना चाहते, आखिर आप चाहते क्या हो : मनोज झा
राज्यसभा सांसद ने आगे कहा कि वन नेशन, वन फलाना…वन नेशन, वन ढिकाना. कहीं ऐसी स्थिति नहीं हो जाए कि वन नेशन, वन ठेकेदार. मैं ये बात इसलिए कह रहा हूं कि क्योंकि अभी लोग कहते हैं कि इस पर राजनीति मत करो. मैं पूछना चाहूंगा कि 25 लाख युवाओं के सपने तहस-नहस हो जाएं और आप विपक्ष से क्या उम्मीद करते हैं कि वह आपके ऑर्केस्ट्रा में शामिल होकर आपकी जय-जयकार करे. एनटीए का ईमानदारी से मूल्यांकन किया होता तो आज ये नतीजे नहीं होते।
नौकरी का मतलब तेजस्वी यादव : आरजेडी सांसद
नौकरियों पर बात करते हुए मनोज झा ने कहा कि युवाओं के रोजगार को लेकर मैं ज्यादा नहीं बोलना चाहता हूं. बिहार में भले ही हमें सीटें कम आई हों, लेकिन युवाओं के बीच इस बात की चर्चा है कि नौकरी का मतलब तेजस्वी यादव. इस दौरान सत्ता पक्ष के सांसदों ने शोर मचाया. इस पर उन्होंने कहा कि आपकी मर्जी है, कुछ भी कहिए. आप लोग जज और इंवेस्टिगेटिव एजेंसी हैं. जितनी गालियां देनी हैं, उसे अपने भाषण में दे दीजिएगा. अभी कुछ बातें रखने दीजिए।
चुनाव आयोग की विश्वसनीयता पर 28% जनता ने जताया भरोसा : मनोज झा
चुनाव में हुई बयानबाजी पर बोलते हुए आरजेडी के राज्यसभा सांसद ने कहा कि चुनाव के दौर में भैंस, मंगलसूत्र, मुजरा, बिजली काटने जैसी बातें हुईं. चुनाव आयोग से इसकी शिकायत की गई. मुझे दो दिन पहले मेल आया कि आप अपनी डिटेल्स भेजिए. अब किस बात का मेल भेजना है. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग की विश्वसनीयता पर एक सर्वे हुआ, जिसमें 28 फीसदी लोगों ने इस पर भरोसा जताया. इससे ज्यादा भरोसा तो पंचायत वेब सीरीज में फुलेरा के ग्राम प्रधान पर है.
भारतीय न्याय संहिता पर विपक्ष को किया आगाह
तीन नए आपराधिक कानूनों को लेकर मनोज झा ने कहा कि आज से भारतीय न्याय संहिता लागू हुई है. इसे 150 सांसदों के निलंबन के साथ पास किया गया है. इस पर कोई चर्चा नहीं हुई. ये कदम पुलिस स्टेट की ओर है. मैं सत्ता पक्ष को आगाह करता हूं कि आप लोग हमेशा तो वहां नहीं होंगे, कभी इस तरफ भी होंगे. उस वक्त यही दंड प्रावधान आप पर भी लागू होंगे. इसके बाद उन्होंने मुस्लिमों पर हो रहे अत्याचारों को लेकर सदन में एक कविता भी सुनाई।
मुसलमानों के लिए कही बड़तु बात तुम मुसलमान को एक दिन मर जाओगे: मनोज झा ने सुनाई कविता
मनोज झा ने कहा कि रघुवीर सहाय को याद करते हुए एक युवा अदनान ने एक कविता लिखी है, जिसे मैं सुनाना चाहता हूं. मत भूलो कि तुम मुसलमान हो बस लोगों को छलावा देते रहो कि तुम मुसलमान नहीं हो. वरना मारे जाओगे राह चलते ख्याल रखो कि कहीं तुम्हारी कमीज से मुसलमान होने की बू तो नहीं आ रही. ख्याल रखो किसी से बहस करते हुए कुछ बोलते हुए कुछ करते हुए, यहां तक कि हंसते और रोते हुए भी कि कहीं तुम मुसलमान तो नहीं लग रहे हो वरना मारे जाओगे. यह बात हमेशा याद रखो कि तुम एक मुसलमान हो और तुम मरोगे नहीं एक दिन मारे जाओगे।