ब्यूरो रिपोर्ट (नेशनल दर्पण) लोकसभा चुनाव 2024 : पंजाब और हरियाणा में भाजपा के लोकसभा उम्मीदवारों को चुनाव प्रचार के दौरान विरोध का सामना करना पड़ रहा है। पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह की पत्नी और पटियाला से भाजपा उम्मीदवार परनीत कौर को रविवार को किसानों के विरोध का सामना करना पड़ा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार परनीत कौर लोकसभा चुनावों को लेकर पटियाला के गांव में प्रचार करने पहुंची थीं। इस दौरान किसानों ने उनके काफिले को घेर लिया और नारेबाजी करनी शुरू कर दी। प्रणीत कौर बूथ स्तर के कार्यक्रम में भाग लेने आई थीं। क्रांतिकारी किसान यूनियन, भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां, कुल हिंद किसान सभा 1936, कीर्ति किसान यूनियन और जम्हूरी किसान सभा के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने नारे लगाए।
किसानों का आरोप है कि केंद्र की बीजेपी सरकार ने दिल्ली आंदोलन के दौरान किसानों की मानी गई मांगों को पूरा करने की बजाय किसानों के जख्मों पर नमक छिड़कना शुरू कर दिया है। परनीत कौर पुलिस की बैरिकेडिंग के आगे किसानों के विरोध के बावजूद पैदल ही पैलेस तक पहुंची। भाजपा प्रत्याशी परनीत कौर ने कहा कि लोकतंत्र में सभी को अपनी बात कहने का अधिकार है। किसान अपनी बात कह रहे हैं और वह अपनी बात कहने के लिए जनता के पास आई हैं। उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में किसानों की दशा और दिशा सुधारने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। उसी से प्रभावित होकर वह बीजेपी में शामिल हुई हैं। उन्होंने कहा कि वह समय-समय पर किसानों की आवाज उठाती रहे हैं और आगे भी उठाती रहेंगी।
फरीदकोट के उम्मीदवार हंसराज हंस के काफिले को भी किसानों ने दिखाए काले झंडे और मुर्दाबाद के नारे लगाए,
इससे पहले भी किसानों ने पंजाब के भाजपा उम्मीदवारों का विरोध किया है। फरीदकोट के उम्मीदवार हंसराज हंस के काफिले को किसानों ने काले झंडे दिखाए और मुर्दाबाद के नारे लगाए थे। वहीं, अमृतसर से भाजपा उम्मीदवार तरणजीत सिंह संधू भी जब चुनाव प्रचार के लिए अजनाला पहुंचे थे तो किसानों ने उनके काफिले को घेरते हुए उनका जमकर विरोध किया और कहा था कि आपने हमारा सिर शर्म से झुका दिया है। सोनीपत से बीजेपी प्रत्याशी मोहन लाल बड़ौली को भी रविवार को किसानों के विरोध का सामना करना पड़ा है। बीजेपी प्रत्याशी मोहन लाल बड़ौली रोहणा गांव में चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे थे। इस दौरान किसानों ने गांव में उन्हें काले झंडे दिखाए और उन्हें कार्यक्रम में भाग लेने से भी रोका।
इसके बाद मोहन लाल के समर्थकों और ग्रामीणों के बीच नोकझोंक भी हुई। मोहन लाल बड़ौली रविवार को खरखौदा विधानसभा क्षेत्र के गांवों में दौरे पर थे। वह गांव रोहणा में एक चौपाल कार्यक्रम में वह पहुंचे थे। इस दौरान जैसे ही उनका काफिला गांव में पहुंचा तो किसानों ने उन्हें काले झंडे दिखाए और वापस जाओ के जमकर नारे भी लगाए। इसके बाद विरोध करने वाले किसान अपना मांग पत्र सौंप कर चले गए। इसके बाद बीजेपी प्रत्याशी मोहन लाल बडोली ने चौपाल में लोगों को संबोधित किया। बीते दिनों ही हिसार में रणजीत चौटाला और पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला का किसानों ने विरोध किया था। वहीं, सिरसा में अशोक तंवर और रोहतक में डॉ. अरविंद शर्मा को भी अपने हलकों में विरोध सामना करना पड़ रहा है।