ज्वालापुर कोतवाली क्षेत्र रिंग रोड के पास ग्राम समाज की भूमि से बिना वर्क आर्डर के किया जा रहा है मिट्टी का अवैध खनन,
प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम ज्वालापुर बाहर हदूदू भूमि खसरा संख्या 649 म, खसरा संख्या 746/1 एवं खसरा संख्या 746/2 म एसपी सिंगला कंस्ट्रक्शन द्वारा पिछले तीन दिन 16 मार्च से ग्राम समाज की भूमि से बड़े स्तर पर मिट्टी का अवैध किया जा रहा है।
सूत्रों से मिली पुख्ता जानकारी के अनुसार 16 मार्च को उपजिलाधिकारी द्वारा संयुक्त रिपोर्ट अग्रिम कारवाई हेतु जिलाधिकारी आफिस में प्रेषित की गई थी, जिसमें आज दिनांक 18 मार्च दोपहर 2 बजे तक जिलाधिकारी महोदय के द्वारा वर्क आर्डर नहीं दिया गया था, और न ही जिला खनन अधिकारी के द्वारा खनन परिवहन के लिए पोर्टल खोला गया था, बावजूद इसके खनन करने वाले लोग जिला प्रशासन को ठेंगा दिखाते हुए अवैध खनन करने में जुटे हुए हैं, जिन्होंने पिछले तीन दिनों में 18 मार्च तक लगभग 6-7 फिट गहराई तक मिट्टी उठाकर कई हजार घनमीटर मिट्टी का अवैध खनन कर चुके हैं। इस विषय पर सम्बन्धित अधिकारी गणों को सूचना देने पर अधिकारीगण कारवाई करने के नाम पर बेबस दिखाई दे रहे हैं।
अवैध खनन करने वाले लोगों के हौसले इतने बुलंद है कि हरिद्वार जिलाधिकारी के कार्यालय की ओर से मिट्टी अनुमति का कोई आदेश जारी नहीं हुआ है, और ना ही खनन विभाग द्वारा अभी मिट्टी परिवहन हेतू खनन पोर्टल खोला गया है, बावजूद इसके खनन ठेकेदारों के द्वारा रिंग रोड परियोजना की आड़ पिछले तीन दिनों से दो पोकलैड व दर्जनों डंपरो को लगाकर मिट्टी का अवैध खनन किया जा रहा है।
बता दें कि इससे पहले भी रिंग रोड परियोजना पर मिट्टी डालने के लिए कई मिट्टी अनुमति चल चुकी है, उस समय अवैध खनन /ओवरलोडिंग के सम्बन्ध में जिला प्रशासन को जैसे ही सूचना दी जाती थी, जिला प्रशासन तत्काल प्रभाव से अवैध खनन व ओवरलोडिंग वाहनों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए दिखाई देते थे, अब जो रिंग रोड परियोजना के नाम से मिट्टी अनुमति चल रही है इस मिट्टी अनुमति को लेकर यह कहना गलत नहीं होगा कि हरिद्वार जिला प्रशासन पर किसी प्रभावशील व्यक्ति का दबाव हो सकता है, तभी तो जिला प्रशासन को अवैध खनन के सम्बन्ध में दी जा रही सूचनाओं पर कोई संज्ञान नहीं लिया जा रहा है, सम्बन्धित अधिकारी गण बेबसी के कारण अपने-अपने आफिस में बैठ कर केवल आफिस की शोभा बढाते हुए दिखाई दे रहे हैं। जिसका फायदा उठाकर मिट्टी का खनन करने वाले खनन ठेकेदार धड़ल्ले के साथ अवैध खनन को अंजाम दे रहे हैं। अवैध खनन की सूचना मिलने पर सम्बन्धित अधिकारियों के द्वारा ओवरलोडिंग वाहनों व अवैध खनन के खिलाफ कोई कारवाई न करना अपने आप में एक सवाल खड़ा कर रहा है।