हरिद्वार : आज दिनांक 18 फरवरी 2024 को उत्तराखंड राज्य आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ की बैठक श्रीमती सुशीला खत्री की अध्यक्षता में,हरिद्वार कनखल में आयोजित की गई, बैठक का संचालन प्रदेश महामंत्री श्रीमती ममता बादल द्वारा किया गया, उन्होंने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि संगठन अपनी मांगों एवं समस्याओं पर लगातार सरकार से बात करते आ रहे हैं, लेकिन सरकार की हठधर्मिता से कोई समाधान नहीं निकल रहा है, मजबूरन होकर संगठन द्वारा दिनांक 20 /2/ 2024 से अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार किये जाने का निर्णय लिया गया है।
शहर परियोजना अध्यक्ष सारिका शर्मा ने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को उनके काम के बदले उचित दाम नहीं मिलता, उनका मानदेय प्रतिदिन की न्यूनतम मजदूरी 600 के हिसाब से 18000 पर दिया जाना चाहिए, उपाध्यक्ष रुक्मणी खरे ने कहा कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय अनुसार ग्रेजुएट का लाभ दिया जाना चाहिए एवं सेवा निवृत होने पर पेंशन का लाभ दिया जाना चाहिए।
सेवानिवृत्ति की आयु 60 वर्ष से बढ़कर 62 वर्ष होनी चाहिए ,वर्तमान भोजन दर अपर्याप्त है और बच्चों में कुपोषण बढ़ रहा है जीवन यापन की वर्तमान लागत को ध्यान में रखते हुए भोजन दर को संशोधित कर सामान्य बच्चों के लिए ₹16 और कुपोषित बच्चों के लिए 24 रुपए किया जाना चाहिए, जिला संगठन मीडिया प्रभारी रंजन शुक्ला ने कहा कि राज्य में कई आंगनबाड़ी केदो में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों एवं सहायकों मिनी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के पद वर्षो से रिक्त पड़े हैं जिनका संचालन करने में बहुत परेशानियां आ रही हैं इन पदों पर शीघ्र नियुक्ति होनी चाहिए, संगठन मंत्री उर्मिला रोतेला ने कहा कि वर्तमान में विभाग द्वारा अधिकांश कार्य ऑनलाइन कराए जा रहे हैं पिछले दिनों विभाग द्वारा जो फोन उपलब्ध कराए गए थे सभी खराब हो चुके हैं नए फोन उपलब्ध होने चाहिए, एवं समय पर रिचार्ज की व्यवस्था होनी चाहिए, जिससे आंगनबाड़ी केंद्र का संचालन सुचारु रूप से चल सके।
बैठक में कई समस्याओं पर चर्चा की गई अंत में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया की 20 फरवरी 2024 से पूर्ण रूप से कार्य बहिष्कार किया जाएगा।
बैठक में सारिका शर्मा ,रुक्मणी खरे ,ममता बादल, रंजन शुक्ला, उर्मिला रोतेला,प्रतिभा राय, उषा सैनी, रमन वर्मा ,माधुरी गुप्ता, आनंद भारती, सरिता देवी, रमा डबराल आदि उपस्थित रहे।