ओलावृष्टि से हुए नुकसान का मिलेगा मुआवजा, पानी की समस्या भी होगी दूर,
पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद ने जनता दरबार में आमजन के साथ किसान की समस्याओं को सुनकर संबंधित विभागों को दिए निर्देश
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हरिद्वार: पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद ने वेद मंदिर में जनता दरबार लगाकर किसानों के साथ आमजन की समस्या सुनी। किसानों ने ओलावृष्टि से हुए नुकसान के बदले में मुआवजा, अतिरिक्त गन्ने के लिए एग्रीमेंट कराने की मांग उठाई। स्वामी यतीश्वरानंद ने सहायक गन्ना आयुक्त को किसानों की समस्या से अवगत कराते हुए तत्काल कार्रवाई के आदेश दिए।
बृहस्पतिवार को पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद ने जनता दरबार लगाकर समस्याएं सुनी। लालढांग, पथरी, लक्सर, नारसन, भगवानपुर, झबरेड़ा क्षेत्र के अनिल चौधरी, योगेश चौधरी, हिमांशु पंवार, रवि प्रधान आदि किसानों ने बताया कि उनके क्षेत्र में पिछले सप्ताह हुई बारिश से फसलों में नुकसान हुआ है। उन्होंने ओलावृष्टि होने से फसलों के हुए नुकसान के बदले में मुआवजा दिलाने की मांग उठाई। किसानों ने बताया कि उनके पास पर्ची से ज्यादा गन्ना की फसल खेतों में खड़ी है, ऐसे में अतिरिक्त पर्ची जारी करने के लिए एग्रीमेंट करने की जरूरत है। स्वामी यतीश्वरानंद ने किसानों की समस्या को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी के माध्यम से जिले में सभी तहसीलों के ग्रामों में ओलावृष्टि से हुए नुकसान के आकलन कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पूरी रिपोर्ट तत्काल तैयार कर शासन में भेजी, ताकि समय रहते हुए किसानों को राहत धनराशि उपलब्ध कराई जा सके। राजागार्डन, मिस्सरपुर, जमालपुर कलां निवासियों के साथ मुकुल, श्यामलाल, आकाश, शोभित चौहान, विशाल सैनी ने मांग उठाई कि उनके क्षेत्र में जल जीवन मिशन से पानी की टंकी भी बन गई है और पाइप लाइन भी बिछा दी गई है, लेकिन अभी तक पानी के कनेक्शन नहीं हुए है और न ही पानी की आपूर्ति शुरू की गई है, ऐसे में उन्हें पानी की समस्या उठानी पड़ रही है। आशीष पाल, मृदुल बत्रा, लोकेंद्र, हरिलाल ने अपनी—अपनी समस्याएं बताई, जिन्हें स्वामी यतीश्वरानंद ने संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कार्रवाई को निर्देश दिए। स्वामी यतीश्वरानंद ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ऐतिहासिक फैसलों से सभी वर्ग के लोगों को फायदा पहुंच रहा है। उन्होंने सभी को मिशन—2024 के लिए बूथ स्तर पर काम करने को सुझाव दिए।

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