हरिद्वार : पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने शनिवार को केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राज्य में इन्वेस्टमेंट का हल्ला है, लेकिन धरातल पर कहीं कुछ दिखायी नहीं दे रहा।
उन्होंने कहा कि दूसरी तरफ जहां सात सौ छोटी-बड़ी फैक्ट्रियां या तो बंद हो चुकी हैं या फिर बंद होने के कगार पर खड़ी हैं। वहीं हरिद्वार सिडकुल की हालत भी कुछ ऐसी है, यहां भी फैक्ट्रियों से कर्मचारियों को निकाला जा रहा है। इसलिए में जल्द ही इसके खिलाफ सिडकुल में पदयात्रा निकालूंगा।
रावत ने जिला खाद्यपूर्ति अधिकारी के कार्यालय के बाहर भी धरना देने की बात कही,
हरिद्वार में प्रेसवार्ता कर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी कर्मशाील और कार्यशील वर्ग को यह बजट लाभान्वित नहीं कर रहा है। उन्होंने कहा गरीब लोगों को मुफ्त में राशन देने का दावा करने वाली सरकार ने जिले के तीन हजार बीपीएल कार्ड धारकों के कार्ड अवैध रूप से जब्त किए हुए हैं। पूछने पर जिले के अधिकारी राज्य के अधिकारियों पर और राज्य के बड़े अधिकारी दिल्ली तक के अधिकारियों की तरफ घुमा दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि अवैध रूप से जब्त कार्डों को कार्ड धारकों को दस दिन के भीतर वापस नहीं किया गया तो मैं जिला खाद्यपूर्ति अधिकारी कार्यलय के बाहर धरना दूंगा। ओलावृष्टि से हुए किसानों के नुकसान का आंकलन कर किसानों को मुआवजा देने की मांग भी हरीश रावत ने उठाई।
प्रेसवार्ता के दौरान महानगर अध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारी, कार्यकारी महानगर अध्यक्ष अमन गर्ग, पूर्व विधायक रामयश सिंह, मुरली मनोहर, राजबीर चौहान, ओपी चौहान, संतोष चौहान, महेश प्रताप राणा, राव आफाक आदि नेतागण उपस्थित रहे।